Sunday 17 January 2010

यही हैं प्यार....

देख यह संसार,
माँ बेटेका प्यार..
बच्चे को सिनेसे लगाकर ,
रखता हैं बन्दर..
यही हैं प्यार,
इंसान हो या बन्दर..

Friday 8 January 2010

सामनेवाली खिड़की....

मेरे सामने वाली खिड़की से
एक तालाब का टुकडा दीखता हैं .
उसमे कभी सूरज तो कभी चाँद
का मुखड़ा दीखता हैं.

Sunday 3 January 2010

जीवन एक यात्रा...

जीवन के सफ़र में,
ट्रेन के इंतज़ार में
बेचैन हैं एक और
मकाम की तलाश में
अपनों से मिलने की आस में