Thursday, 20 September 2012

बचपन के गुजरे पल


बचपन गुजर जाता हैं बड़ा बननेकी लिएँ चाहत
बड़ा बनने के बाद, काम से नहीं मिलती राहत
फिरसे याँद  आतें हैं वहीँ बचपन के गुजरे पल
जीते थे बेफिक्र, कैसा होगा वो आने वाला कल
फिरसे  याद आतें हैं वहीँ बचपन के गुजरे पल


1 comment:

ANULATA RAJ NAIR said...

सच में....बचपन लौट की आ पाता काश....
सुन्दर भाव..

अनु