"पर्सनल" का स्थान "एच आर एम" ने लिया ...
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*एक** बार जब "एम् बी ए मैनजमेंट कमिटी" की बैठक यह हुआ के
"पर्सनल" विभाग को बदल देंगे, इसका मतलब था की अब "पर्सनल डिपार्टमेंट" का नाम
बद...
हे राम तुम फिर आना....
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*हे राम तुम फिर आना, *
*अत्याचार से भरे इस ,*
*सीता को बचाना, *
*जानकी को बचाना। *
*हे राम तुम फिर आना, *
*जो भाई का स्वरुप, *
*विचारों का लक्षमण...
बेंगलुरु का हैं राजमहल...
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*राजभवन खड़ा हैं शान से *
*खड़ा हैं वो अपने मान से *
*हरियाली का वस्त्र पहनकर *
*दुल्हन खड़ी हैं सजधजकर *
*बेंगलुरु का हैं राजमहल *
*इसे देख मन जाता हैं बहल *...
आदर्श आग
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*काय करणार, म्हणुन दिली होती त्याना लाऊन आग*
*"आदर्श" लोका मुळे त्या कागदांचा आला होता वैताग*
*पुर्वी जळत होती पापी लोकं, कर्मकांड जळतो आता*
*चल जाळून ट...
"प्यारे दोस्तों मैं कोई लेखक या कवी नहीं हूँ, क्यूँ की मैं भी कुछ लिखना चाहता हूँ। इस ज्ञान के सागर मे डुबकी लगाकर कुछ मोती समेटकर आप लोगोंके साथ बाँटना चाहता हूँ। मुझे मालूम हैं की आप सभीको मोतियोंकी परख हैं। इस लिए कुछ गलतियां हुई तो बेहिचक बता दीजिएगा।" .....आपका एक साथी..
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