इस दुनिया की भीड़ में तुम कहाँ खो गए ।
आसूं भी सुख गए, मन ही मन हम रो गए ।।
अब आप हमारें यादों में ही जिन्दा हो गए ।
अपने यादों के सायें में हमें छोड़ तो गए ।।
आप अपनों को छोड़कर किसके हो गए ।
आसूं भी सुख गए, मन ही मन हम रो गए ।।
(यह सभी को समर्पित है,जो आज हमारें साथ नहीं रहें।)
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