Saturday 23 October 2010

कतार में खड़े हैं.....

सवारी  की राह में, कतार में खड़े हैं...
तोल कहे तो, अपने ही मोल पर अड़े हैं..
बहस ना करो इनसे, जाना हो  जहाँ भी,
ख़ुशी से जाना, की लेने के देने पड़े हैं...
सवारी  की राह में, कतार में खड़े हैं...

1 comment:

डॉ० डंडा लखनवी said...

मनमोहक चित्रों के साथ सुन्दर शब्द-विंब।
रचनात्मकता की अच्छी प्रस्तुति।
साधुवाद! सद्भावी-डॉ० डंडा लखनवी